दिन निकलने से पूर्व ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगना शुरु हो गई थी। यहां से चार किमी दूर गांव गुड़छप्पर स्थित शिव मंदिर में शाम तक श्रद्धालु शिव के दर्शन करने वाहनों और पैदल भी आते रहे। दोपहर में तेज धूप के बावजूद लोगों की श्रद्धा में कमी नहीं आई। दर्शन के लिए व्यवस्थापकों ने लाइन लगवा रखी थी तथा पहले ही बेरिकेटिंग का इंतजाम कर दिया था। व्यवस्था बनाने वालों में अशोक, राजकुमार, मुकेश, सोरण, अनिल, राकेश आदि का योगदान रहा। इस मौके पर लगे मेले में दूर-दराज क्षेत्रों से पहुंचे लोगों की काफी संख्या में उपस्थिति देखने को मिली। नगर के राम बाग, महादेव कुटी, शिव चैक, बड़ा शिवालय, कानूनगोयान, सरार्फ बाजार आदि शिव मंदिरों पर भी श्रद्धालुओं पहुंचते रहे। इस बार भी बाइपास मार्ग सज्जन वाला शिव मंदिर में भी काफी संख्या में श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचे। पुरूषार्थी धर्मशाला स्थित शिव मंदिर मे पंडित शम्भू प्रसाद ने विशेष पूजा कराई। महिलाओं ने मंदिरों में दिन भर भजन-कीर्तन किया। हरिद्वार गए श्रद्धालुओं के जत्थे ने भी भगवान शंकर का गंगा जल से अभिषेक किया। ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिव मंदिरों में लोगों ने भगवान आशुतोष के दर्शन किए व जल अर्पित किया।
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