जर्जर व लटके हुए तार हादसों को लगातार आमंत्रण दे रहे। ऐसी लाइनों के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जानकारी के बावजूद विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे है।

नगर व क्षेत्र में फैला एचटी तारों का जाल लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता जा रहा है। एचटी तार जगह-जगह ढीले हो चुके व इसी कारण कई बार हादसे हो चुके है। नगर व क्षेत्र में अधिकांश लाइनें पुरानी व जर्जर हो चुकी है। अनेक स्थानों पर सडक क्रास करती लाइनें लटकी पड़ी है। जंगलों में तो इन लाइनों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। कहीं-कहीं तो स्थिति यह है कि जमीन पर खड़े होकर इन लाइनों को पकड़ा जा सकता है। ऊर्जा निगम का ध्यान इन तारों की ओर कुछ समय के लिए तभी जाता है जब कोई बड़ा हादसा हो जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में एचटी तार कई जगह तो जमीन को छू रहे है। नगर में आबादी के बीच में भी ऐसे तार लटके हुए है। ऐसे तारों के कारण ही गर्मी के मौसम में लाखों की फसल का नुकसान हो जाता है। नगर में कही मौहल्ले ऐसे है जिनमें एचटी लाइनें नीचे ही लटकी पड़ी है जिसे बच्चें भी आराम से पड़ सकता है और कोई हादसा हो सकता है। तार टूटने की कहानी रोज की कथा बन गई है। नागरिकों का कहना है कि विभाग को कई बार अवगत कराया जा चुका है। परन्तु उनकी आवाज किसी को सुनाई नही दे रही है। शायद विभाग को किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार है। लोगों का आरोप है कि विभाग के अधिकारी भी बिजलीघर पर कम ही मिलते हें। जब कोई हादसा हो जाए गया तब जा कर अधिकारियों की गहरी नींद खुलगी वरना इसके ही सोते रहेगे। नगरिकों ने जल्द से जल्द से ठीक कराने की मांग की है।